श्री मुरली वाला युवा सेवा समिति किसी भी राष्ट्र की सच्ची समृद्धि केवल उसका आर्थिक विकास ही नहीं है बल्कि उसकी आध्यात्मिक विरासत की समृद्धि उसकी विविध संस्कृतियों की जीवंतता । उस राष्ट्र की शिक्षा प्रणाली की शक्ति और उसके लोगों की भलाई में ही निहित है । भारत के समग्र विकास को बढ़ावा देने की गहरी प्रतिबद्धता हमारे संस्था की स्थापना का मुख्य उद्देश्य है ।
समाज सेवा का कोई निश्चित दायर नहीं है ! मानव व् समाज हित में किसी भी स्थिति में मदद व् जन जागरूकता का दीया जलाया जा सकता है ! यह दिया उन घरों व् गलियों को रोशन करने का काम करता जो समाज में कही पिछड़े हुए हैं ! ऐसा ही दिया जमाने के उदेश्य से 13 जुलाई 2017 को श्री मुरली वाला युवा सेवा समिति की स्थापना की गयी !
आज संस्था पिछले कई वर्षों से समाज सेवा के कार्यों में जुटी हुई है ! संस्था के पदाधिकारी व् सदस्य एक ढृढ़ संकल्प के साथ विभिन्न लोक कल्याणकारी कार्यों में अपनी भागीदारी को सुनिश्चित करते हुए समाज को नई दिशा देने का काम कर रहे हैं ! संस्था के ध्येय वाक्य "भूखा ना रहे कोई " को सार्थक करते हुए जरुरतमंदो तक खाना पहुंचाने की अपनी जिम्मेदारी का बीड़ा उठाया है ! भूख के विरुद्ध मुहीम छेड़ने के कारण आज संस्था को लोग रोटी बैंक के नाम से पहचानते हैं !
वैसे तो संस्था का कार्यक्षेत्र पूरा भारत वर्ष है ! मुख्य रूप से संस्था उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ, जनपद मथुरा-वृन्दावन, जनपद हाथरस में सक्रिय भूमिका निभाकर समाज सेवा के कार्यों में बढ़ चढ़कर योगदान करती है ! संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव कुमार सोनी के कुशल नेतृत्व में संस्था के पदाधिकारी व् सदस्य आवश्यकता अनुसार जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ते ! ख़ास बात यह है कि संस्था बिना किसी सरकारी अनुदान के सिर्फ दान दाताओं व् समाजसेवियों के सहयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रही है !
सिद्धि की इस यात्रा में, संकल्प व्यक्ति का मार्गदर्शक होता है, जो उसे निरंतर प्रेरित करता रहता है। यह यात्रा न केवल लक्ष्य की प्राप्ति का नाम है, बल्कि इसमें मिलने वाले अनुभव और सीख भी व्यक्ति के जीवन को समृद्ध बनाते हैं। संकल्प से सिद्धि तक का सफर एक उत्कृष्ट उदाहरण है कि कैसे एक दृढ़ संकल्प किसी भी असंभव को संभव बना सकता है।
"श्री मुरली वाला युवा सेवा समिति" द्वारा आयोजित भोजन वितरण सेवा एक सामाजिक पहल हो सकती है, जिसका उद्देश्य जरूरतमंदों को मुफ्त या रियायती दरों पर भोजन उपलब्ध कराना है। इस प्रकार की समितियाँ सामुदायिक सेवा, सामाजिक उत्थान, और मानवता की सेवा के लिए काम करती हैं।
"श्री मुरली वाला युवा सेवा समिति" द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम सामुदायिक एकजुटता और सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण माध्यम हो सकता है। ऐसे कार्यक्रम अक्सर सामाजिक, धार्मिक, या सांस्कृतिक परंपराओं के प्रचार-प्रसार के लिए आयोजित किए जाते हैं।
"श्री मुरली वाला युवा सेवा समिति" द्वारा आयोजित यूनिफॉर्म प्रोत्साहन कार्यक्रम का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों और छात्रों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करना और उन्हें आवश्यक संसाधन, जैसे कि स्कूल यूनिफॉर्म, प्रदान करना हो सकता है। यह एक सामाजिक कल्याणकारी पहल है !
"श्री मुरली वाला युवा सेवा समिति" द्वारा आयोजित स्वास्थ्य शिविर का उद्देश्य स्थानीय समुदाय में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाना और लोगों को स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता प्रदान करना हो सकता है। ऐसे स्वास्थ्य शिविरों में सामान्यतः मुफ्त चिकित्सा जांच, उपचार, और स्वास्थ्य परामर्श की सुविधा प्रदान की जाती है।
"श्री मुरली वाला युवा सेवा समिति" द्वारा आयोजित नेत्र जांच शिविर का उद्देश्य समुदाय के लोगों को नेत्र स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करना और उनकी आँखों से जुड़ी समस्याओं की पहचान और इलाज करना है। ऐसे शिविर विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी होते हैं जो आर्थिक या भौगोलिक कारणों से नेत्र चिकित्सा सेवाएँ प्राप्त नहीं कर..
"श्री मुरली वाला युवा सेवा समिति" द्वारा आयोजित पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण की रक्षा करना, जागरूकता फैलाना, और सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से प्रकृति का संरक्षण करना हो सकता है। इस प्रकार की पहलें स्थानीय स्तर पर पर्यावरणीय समस्याओं से निपटने...
वस्त्र वितरण कार्यक्रम, "श्री मुरली वाला युवा सेवा समिति" की एक महत्वपूर्ण सामाजिक पहल हो सकती है, जिसका उद्देश्य जरूरतमंद और वंचित समुदायों को कपड़ों की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। इस प्रकार के कार्यक्रमों से समाज के कमजोर वर्गों की मदद की जाती है
"श्री मुरली वाला युवा सेवा समिति" द्वारा आयोजित अनाथ बच्चों और प्रभुजनों (वरिष्ठ नागरिकों) की सेवा कार्यक्रम का उद्देश्य समाज के उन लोगों की सहायता करना है जो आर्थिक, सामाजिक, और भावनात्मक रूप से वंचित हैं। इस कार्यक्रम के तहत समिति अनाथ बच्चों और
"श्री मुरली वाला युवा सेवा समिति" द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर का उद्देश्य रक्त की कमी को पूरा करना और लोगों को रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूक करना है। यह शिविर समाज के जरूरतमंद लोगों को जीवन बचाने के लिए रक्त उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण..
यदि "श्री मुरली वाला युवा सेवा समिति" वृद्धाश्रम निर्माण के लिए सहयोग मांग रही है, तो यह एक बहुत ही सराहनीय और समाज सेवा से जुड़ा प्रयास है। वृद्धों के लिए एक आश्रय स्थल का निर्माण एक महत्वपूर्ण सामाजिक कार्य है। अगर आप इस पहल में सहयोग करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित तरीकों से मदद कर सकते हैं:
धनराशि का सहयोग
सामग्री का दान
स्वयंसेवा
समाज में जागरूकता
वस्त्र और आवश्यक सामग्रियों का दान